Sesbania grandiflora (अगस्ता , हादगा )

अगस्ता फूल (Agasta flower) का वैज्ञानिक नाम "Sesbania grandiflora" है। यह फैबेसी (Fabaceae) परिवार से संबंधित एक पेड़ होता है और अधिकतर दक्षिण-पूर्व एशियाई देशों में पाया जाता है। इसे हिंदी में अगस्ता, हुम चुनरा, वा बकरा कंद के नाम से भी जाना जाता है और इसे मराठी मे हादगा नाम से जाना जाता है । अगस्ता फूल का वृक्ष मध्यम आकार का होता है और उच्चता लगभग 3 से 8 मीटर तक हो सकती है। इसके पत्ते समेटे हुए होते हैं और उनकी चौड़ाई लगभग 15 से 30 सेमी होती है। ये पत्ते हरे रंग के होते हैं और इंच-इंच के लम्बे दाँत के आकार के होते हैं। अगस्ता फूल एकदिवसीय होता है, जिसका अर्थ है कि ये फूल एक ही दिन में खिल जाते हैं। इसके फूल आकर्षक होते हैं और रंगबिरंगे होते हैं। ये फूल लाल, पीले, नारंगी या गुलाबी रंग के हो सकते हैं और इनकी सुगंध भी मधुरता से भरी होती है।

अगस्ता पेड़ (Sesbania grandiflora) के कई लाभ होते हैं। यहां अगस्ता पेड़ के कुछ मुख्य लाभों की उल्लेख किया गया है:

  • पोषण का स्रोत: अगस्ता पेड़ के फूल और फल में विटामिन सी, विटामिन ए, विटामिन बी, कैल्शियम, फाइबर, आयरन, प्रोटीन, और अन्य पोषक तत्व पाए जाते हैं। इसलिए, इसका सेवन संपूर्ण पोषण की आवश्यकताओं को पूरा करने में मदद करता है।
  • पाचन को सुधारता है: अगस्ता पेड़ में पाये जाने वाले फाइबर आंत्र के स्वास्थ्य के लिए उपयोगी होते हैं। यह पाचन प्रक्रिया को सुधाकर कब्ज, अपच, और आंतरिक समस्याओं को कम करने में मदद करता है।
  • रक्त प्रवाह को बढ़ावा देता है: अगस्ता पेड़ में पाया जाने वाला आयरन रक्त में हीमोग्लोबिन के निर्माण में मदद करता है। इसलिए, इसका सेवन रक्ताल्पता को दूर करने, शरीर को ऊर्जा प्रदान करने और शारीरिक क्षमता को बढ़ाने में मदद कर सकता है।
  • शरीर को शक्ति प्रदान करता है: अगस्ता पेड़ में मौजूद ऊर्जादायक पदार्थ शरीर को शक्ति प्रदान करते हैं। यह ऊर्जा के स्तर को बढ़ाता है और थकावट को कम करता है।
  • श्वास नली को स्वस्थ रखता है: अगस्ता पेड़ के पत्तों का काढ़ा श्वास नली के लिए उपयोगी होता है। यह श्वास नली की स्वस्थता को सुधारता है ।

अगस्ता के फुल और फल की सब्जी भी बना सकते है। नीचे रेसिपी के नाम दिए है ।

  • अगस्ता फुल के पकोडे।
  • अगस्ता फुल कि चटणी
  • अगस्ता फुल कि सुखी डाळ वाली सब्जी
  • अगस्ता फळ कि सुखी और करी वाली सब्जी

कइ अलग अलग तरह से इसाक उपयोग खाने मे किया जा सकता है ।